तुम थे तभी , तुम्हे पा ना सका
तुम्हे खो चूका, फिर क्यों ये सज़ा
ए ज़िन्दगी ऐसा क्या किया
मुझे तू ज़रा बक्श ना सका
याद में तेरी, जि रो रहा
पर मैंने कभी ना गिला है किया
तुम्हे खो चूका, फिर क्यों ये सज़ा
ए ज़िन्दगी ऐसा क्या किया
मुझे तू ज़रा बक्श ना सका
याद में तेरी, जि रो रहा
पर मैंने कभी ना गिला है किया
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